नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा गठित हरियाणा मोनिटरिंग कमेटी ने रिपोर्ट दी है जो सरकार के अवैध खनन न होने के दावों की धज्जियां उडाती है : विद्रोही

27 अगस्त 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा खट्टर सरकार के विधानसभा में किये लाख दावों के बाद भी हरियाणा में रेत, बजरी, पत्थरों का खनन माफिया धडल्ले से अवैध खनन कर रहा है। विद्रोही ने कहा कि तावडू-पंचगांव में अवैध खनन के चलते खनन माफियों ने एक पुलिस डीवाईएसपी की डम्पर से कुचलकर की गई हत्या के बाद भाजपा सरकार व पुलिस के लम्बे-चौड़े किये गए दमगज्जों के बाद भी प्रदेश में अवैध खनन बदस्तूर जारी है।

मोनसून विधानसभा सत्र में भाजपा के नांगल चौधरी के विधायक डा0 अभय सिंह यादव ने अपने क्षेत्र में अवैध खनन का मुद्दा उठाया था और सरकार की ओर से इसे रोकने की ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन जमीन पर हालत त्यों के त्यों है। बुधवार को नांगल चौधरी के गांव शाहबाजपुर के पास खनन माफिया द्वारा जब बजरी का खनन हो रहा था, तब खनन विभाग व पुलिस ने मिलकर छापा मारा और इस छापे में अवैध खनन से भरे 20 ट्रेक्टर व एक जेसीबी जब्त की। लेकिन खनन माफिया ने खनन विभाग व पुलिस पर पत्थरों से हमला करके अवैध रूप से निकाली गई बजरी के 20 ट्रेक्टरं व जेसीबी को छुडाकर भाग गए।

विद्रोही ने कहा कि खनन माफियों का यह दुस्साहस बताता है कि अवैध खनन करने वालों के मन में सरकार, प्रशासन व पुलिस का कोई खौफ नही है। वन विभाग ने नांगल चौधरी में कृष्णावती नदी के पाट में लाखों पौधे लगाये थे लेकिन खनन माफियों नें इनके पेड़ बनते ही इसे ध्वस्त करके धड़ल्ले से अवैध खनन में लगे हुए है जिसे प्रशासन, पुलिस सहित हर कोई जानता है। जब विधानसभा में विधायक द्वारा आवाज उठाने पर भी अवैध खनन जारी रहना बताता है कि यह अवैध खनन का खेल खनन माफिया व उच्च सत्ताधारी संघीयों की मिलीभगत से हो रहा है। 

विद्रोही ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने हरियाणा में हो रहे इस अवैध खनन की जांच के लिए होईकोर्ट के पूर्व जस्टिस प्रीतमपाल सिंह की अध्यक्षता में बनी हरियाणा मोनिटरिंग कमेटी से जांच करवाई तो इस निगरानी समिति ने तथ्यों व प्रमाणों सहित नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को दी अपनी रिपोर्ट में सोनीपत, यमुनानगर, करनाल, भिवानी, नूंह में सार्वजनिक अवैध खनन की रिपोर्ट देते हुए कहा है कि इन क्षेत्रों में रेत, बजरी, पत्थरों की धडल्ले से अवैध खनन हो रहा है। जिस कम्पनी को सरकार ने रेत, बजरी, पत्थर खादानों को खनन की लीज व पट्टा दे रखा है, वे भी धडल्ले से नियमों की अवेहलना करके वैध व अवैध दोनो तरह का खनन कर रहे है।

विद्रोही ने कहा कि मुख्यंमत्री मनोहरलाल खट्टर अवैध खनन करने के आरोपों को कांग्रेस के मनगंढत आरोप बताकर अपना पल्ला झाड़ते आये है, पर अब तो नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा गठित हरियाणा मोनिटरिंग कमेटी ने भी तथ्यों व प्रमाणों के साथ सोनीपत, यमुनानगर, करनाल, भिवानी, नूंह जिले में खनन माफिया द्वारा रेत, बजरी, पत्थर के अवैध खनन की प्रमाणों के साथ रिपोर्ट दी है जो सरकार के अवैध खनन न होने के दावों की धज्जियां उडाती है। विद्रोही ने सवाल किया कि क्या इतने बड़े स्तर पर अवैध खनन सत्ताधारी नेताओं, पुलिस, प्रशासन व खनन विभाग की मिलीभगत के बिना संभव है?

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