वेदप्रकाश विद्रोही बोले: “पूरन कुमार और संदीप लाठर की आत्महत्याएँ किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा”
रेवाड़ी, 15 अक्टूबर 2025। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा पुलिस में लगातार हो रही आत्महत्याओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि रोहतक के एएसआई संदीप लाठर की संदिग्ध आत्महत्या के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश की पुलिस व्यवस्था के भीतर गहरे षड्यंत्र चल रहे हैं।
विद्रोही ने आरोप लगाया कि पुलिस के कुछ आला अधिकारी कानून और संविधान की जगह निजी स्वार्थों व राजनीतिक आकाओं के हित में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “हरियाणा पुलिस को कानून के अनुसार नहीं, बल्कि नागपुरिया संघी मनुवाद के सिद्धांतों पर चलाया जा रहा है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने इस मनुवादी सिस्टम की पोल खोल दी है।”
संस्था प्रमुख ने कहा कि सरकार और प्रशासन के चेहरे से नकाब उतरने के बाद अब सत्ता-बल के सहारे जनता का ध्यान भटकाने के लिए प्रदेश को 2016 की तरह जातीय संघर्ष की आग में झोंकने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि रोहतक में एएसआई संदीप लाठर की संदिग्ध आत्महत्या उसी दिशा की ओर इशारा करती है।
वेदप्रकाश विद्रोही ने सवाल उठाया कि “यदि दिवंगत एडीजीपी पूरन कुमार भ्रष्टाचारी थे, तो वे तो आठ दिन पहले आत्महत्या कर इस संसार से जा चुके हैं। ऐसे में एक एएसआई द्वारा उन्हीं पर आरोप लगाकर खुद आत्महत्या करना न तो तर्कसंगत है और न ही समझ से परे।” उन्होंने कहा कि यह पूरा घटनाक्रम एक गहरे षड्यंत्र की ओर संकेत करता है।
विद्रोही ने मांग की कि एडीजीपी पूरन कुमार और एएसआई संदीप लाठर दोनों आत्महत्या मामलों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराई जाए। उनका कहना है कि “बिना उच्चतम न्यायालय की निगरानी के सच्चाई सामने नहीं आएगी। सत्ता के संरक्षण में पल रहे षड्यंत्रकारी अधिकारियों और नेताओं को कानून के अनुसार कठोर दंड मिलना चाहिए।”








