वाई. पूरन कुमार आत्महत्या मामले पर उठाए गंभीर सवाल
चंडीगढ़/ रेवाड़ी, 14 अक्टूबर 2025। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार आत्महत्या प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और राज्य सरकार पर तीखे आरोप लगाए हैं। विद्रोही ने कहा कि इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री सैनी का रवैया यह साबित करता है कि वे “खडाऊ और कठपुतली मुख्यमंत्री” हैं तथा आज भी हरियाणा के असली मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ही हैं।
विद्रोही ने आरोप लगाया कि बिना खट्टर की अनुमति के नायब सिंह सैनी कोई भी निर्णय नहीं ले सकते और प्रशासन के अधिकांश बड़े अधिकारी अब भी खट्टर के निर्देशों का ही पालन करते हैं।
राहुल गांधी के दौरे से बढ़ा दबाव
विद्रोही ने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी के चंडीगढ़ जाकर दिवंगत अधिकारी वाई. पूरन कुमार के परिजनों से मिलने की घोषणा के बाद सरकार पर दबाव बढ़ा और इसी कारण डीजीपी शत्रुजीत कपूर को जल्दबाजी में लंबी छुट्टी पर भेजना पड़ा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की इस संवेदना यात्रा के बाद सरकार और पुलिस प्रशासन को परिवार की मांगों पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
अठावले की मुलाकात से खुला राज़
विद्रोही ने आगे कहा कि केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले और आरपीआई नेताओं की सोमवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से हुई मुलाकात ने भी सैनी की “कठपुतली” स्थिति को उजागर कर दिया है। विद्रोही के अनुसार, अठावले ने मीडिया के समक्ष बताया कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री के निर्देशों को मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी और मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव राजेश खुल्लर ने मानने से साफ इनकार कर दिया।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जिस मुख्यमंत्री का आदेश उसके अपने प्रमुख सचिव तक नहीं मानते, वह खडाऊ और कठपुतली नहीं तो क्या है?”
“प्रशासन और पुलिस अब भी खट्टर के आदेश पर चल रही”
वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि हरियाणा के सीएमओ प्रमुख सचिव राजेश खुल्लर, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी और पूर्व डीजीपी शत्रुजीत कपूर सभी खट्टर के निर्देशों पर काम करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि वाई. पूरन कुमार आत्महत्या मामला हरियाणा की भाजपा सरकार के पूरे सिस्टम को “नंगा” कर गया है और यह साफ कर दिया है कि आज भी असली मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ही हैं।








