गुरुग्राम: यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट निशित कटारिया के नेतृत्व में गुरुग्राम बार के बड़ी संख्या में वकीलों ने दिल्ली स्थित संसद भवन का दौरा किया। निशित कटारिया ने सभी को संसद भवन के बारे में बताया। पुरानी और नई लोकसभा बिल्डिंग और राज्यसभा के बारे में जानकारी दिलाई गई।
संसद भवन में सभी वकीलों ने एक लेक्चर सेशन भी अटेंड किया। प्रवक्ता ने वकीलों को संविधान में नागरिकों के मौलिक अधिकारों के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही यह भी बताया कि किस तरह से राज्यसभा और लोकसभा में कार्रवाई होती है। बताया गया कि संसद भारत का सर्वोच्च विधायी निकाय है। भारतीय संसद में राष्ट्रपति तथा दो सदन राज्यसभा (राज्यों की परिषद) एवं लोकसभा (लोगों का सदन) होते हैं। वहीं इस दौरान निशित कटारिया ने बताया कि लोगों को समय-समय पर संविधान के बारे में जरूर जानना चाहिए। लोगों के क्या अधिकार इसमें निहित हैं, इनके बारे में बताया गया है। लोग अपने मौलिक अधिकारों के बारे में जानेंगे, उन्हें उतना लाभ होगा और वह अपनी अधिकारों की लड़ाई लड़ सकेंगे।
संविधान से देश को कैसे तरक्की पर लाया जा सकता है, इसके बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि भारत का संविधान एक लिखित दस्तावेज है जो सरकार और उसके संगठनों के मौलिक बुनियादी संहिता, संरचना, प्रक्रियाओं, शक्तियों और कर्तव्यों और नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों का निर्धारण करने वाले ढांचे को निर्धारित करता है। इसे 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। कहा कि संविधान में बताया गया है कि समानता वह है, जहां हर नागरिक अपना जीवन आजादी के साथ जीये। संविधान भारत के प्रत्येक नागरिक को पढ़ना होगा, ताकि आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और साम्प्रदायिक रूप से अपनी समझ और अधिकारों को बेहतर तरीके से समझ सके। मौलिक अधिकारों के लिए सामान्य संवाद होना चाहिए।व्यक्तिगत स्वतंत्रता के मामले में न्यायपालिका संविधान के सिद्धांतों को मानती है।
इस मौके पर बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राहुल सांगवान, संयुक्त सचिव पवन राघव, प्रशांत ठाकरान, मोहित मेहलाावत, कुलदीप ठाकरान, विनती त्यागी, प्रियंका, निशा गौर, नेहा चौधरी, मनीष चौहान, धीरेज ग्रोवर, मधु, निशु यादव, सपना यादव, वंदना, मोनिका पन्नू, सुधीर धनखड़, हिमांशु शर्मा, विनोद कुमार, तेज प्रताप शर्मा, योगेश गांडस आदि मौजूद रहे।








