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“आपदा में राष्ट्रधर्म एवं राजधर्म”

भारत सारथी, ऋषिप्रकाश कौशिक ना जाने कैसे एक तानशाह विंस्टन चर्चिल, एक शायर इकबाल एक कवि प्रदीप और एक गीतकार साहिर लुधियानवी को भारत की आज की स्थिति का आभास…

केजरीवाल का जजों के बाद अब अधिकारियों व सरकारी बाबुओं के लिए वीआईपी इंतजाम

भेदभावपूर्ण, लोकतंत्र के लिए घातक और चमचारिगी पूर्ण पारित है ये आदेश: डॉ मिश्रावैसे तो हाईकोर्ट बड़ी-बड़ी बातें कहता है कि फांसी पर लटका देंगे, पर जब अपने परिवार वालों…

राजधर्म , कुंभ और कोरोना ,,,

-कमलेश भारतीय राजधर्म के बारे में पुराने शास्त्रों में बहुत कुछ वर्णित है । यह आम बात पढ़ने को मिलती है कि राजा भेष बदल कर जनता के सुख दुख…

आमार सोनार बांग्लादेश ,,,?

-कमलेश भारतीय पश्चिमी बंगाल में विधानसभा चुनाव को देखते विकास वहां चला गया है । बाकी सारे राज्य छोड़ दिये । असम नहीं गया , तमिलनाडु नहीं गया , कहीं…

नड्डा चिल्ला चिल्ला कर देश को सरदर्द दे रहे थे की मोदी ने 130 करोड़ भारतीयों को कोरोना से बचा लिया ?

अब क्या हुआ ? कोरोना ने ऐसा डंक मारा की पूरा देश सिर्फ त्राहिमाम बोलने लायक रह गया है। भाजपा में बकलोली की होड़, किसी में इतनी हिम्मत नही की…

यू ट्यूबर्ज और रणनीतिकार,,,,

-कमलेश भारतीय पत्रकारिता में एक नयी पीढ़ी आई है । हिसार शहर का मेरा अपना अनुभव है । बाकी शहरों की आप जाने । पहले प्रेस वार्ता में जाते थे…

फसल संभालने के दिन आए , लोकतंत्र की फसल कोई और न काट ले जाए

-कमलेश भारतीय गेहूं की फसल पक चुकी और कटाई भी जारी है । मंडियों में फसल आने लगी है । लोकतंत्र की फसल भी असम में पक चुकी है यानी…

राफ़ेल की उड़ान पर फिर सवाल

यही तो विधि का विधान है, कि “पाप” कभी छिप नहीं सकता ।सरकार इस भ्रष्टाचार के बारे में न कुछ सुनना चाहती है, न कहना चाहती है।एक याचिका को सुप्रीम…

देखो, देखो , ईवीएम चली प्रत्याशी की गली

-कमलेश भारतीय कभी एक नाटक का शीर्षक था-अपहरण भाईचारे का । अब चुनाव का शीर्षक दे सकते हैं -अपहरण ईवीएम का । पहले जब ईवीएम नहीं थी तब दूरदराज के…

सूरज निकला, कमल भी खिला, पर अंधेरा नही छटा

जोड़तोड़ की राजनीति को खारिज करते हुए अटल ने कहा था कि भाजपा राजनीति में, राजनीतिक दलों में, राजनेताओं में, जनता के खोए हुए विश्वास को पुनः स्थापित करने के…