पूरे देश में रहा भारत बंद का असर। किसान आंदोलन को लगातार 10 महीने हुए पूर्ण। किसान आंदोलन में अब तक लगभग 700 किसान हो चुके हैं शहीद। किसान,मज़दूर तथा ग़रीब विरोधी हैं सरकार की नीतियाँ-चौधरी संतोख सिंह। गुरुग्राम। दिनांक 27.09.2021 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह ने बताया कि आज किसान आंदोलन को 10 महीने पूरे होने पर किसानों ने सरकार की किसान,मज़दूर तथा जन विरोधी नीतियों के विरोध में और काले कृषि कानूनों,श्रम कानूनों,मंगाई,निजीकरण,पेट्रोल,डीज़ल और घरेलू गैस की बढ़ी क़ीमतों के ख़िलाफ़ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद के दौरान गुरुग्राम के किसान,मज़दूर तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्तियों ने कमला नेहरु पार्क मैं इकट्ठा होकर शान्तिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया। किसान तथा ट्रेड यूनियन एवं सामाजिक संगठनों के व्यक्तियों ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए अपना बाज़ार,अग्रसेन चौक से डाकखाना चौक होते हुए सदर बाज़ार गुरुग्राम में पहुँचे।प्रदर्शनकारी हाथों में तिरंगे झंडे,किसान संगठनों के झंडे तथा कृषि क़ानून विरोधी नारे लिखी हुई तख्तियां लिए हुए थे।प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों ने कृषि क़ानून,श्रम कानूनों,निजीकरण,महँगाई तथा सरकार विरोधी नारे लगाए। किसानों ने सदर बाज़ार में सभी दुकानदारों से शांतिपूर्वक भारत बंद में शामिल होने की अपील की। सदर बाज़ार में दुकानदारों ने किसानों की अपील मानते हुए दुकानें बंद की और पूरा सहयोग किया। किसानों ने अपना प्रदर्शन सदर बाज़ार से होते हुए सोहना चौक से भूतेश्वर मंदिर चौक से होते हुए ओल्ड जेल कॉम्प्लेक्स से होते हुए जिला न्यायालय के पास से राजीव चौक किसान धरना स्थल पर पहुँचे। इस अवसर पर चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि सरकार के नीतियों की नीतियां किसान,मज़दूर तथा ग़रीब विरोधी है।सरकार 125 करोड़ जनता का गला घोटकर चंद पूंजीपतियों को फ़ायदा पहुँचाना चाहती है।इस अवसर पर अनिल पंवार, जयप्रकाश रेडू,बलवान सिंह दहिया,ऊषा सरोहा,लखपत जाँघू,कंवर लाल यादव, मनीष मक्कड़ आदि ने भी अपने विचार रखे।सभी ने कहा कि जब तक तीनों काले क़ानून वापस नहीं हो जाते और एमएसपी की गारंटी का क़ानून नहीं बन जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान आंदोलन को 10 महीने हो चुके हैं और लगभग सात सौ किसान आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। इस अवसर पर उनके साथ बार काउंसिल पंजाब एंड हरियाणा के सदस्य प्रवेश यादव,फूल कुमार,पंजाब सिंह,ईश्वर सिंह पातली,दान सिंह तंवर,प्रीतम चौहान एडवोकेट, जे सी यादव एडवोकेट,सूबे सिंह यादव एडवोकेट,दलवीर सिंह मलिक,योगेश्वर दहिया,अजीतसिंह घाटा,सतीश मराठा,मुकेश डागर,डॉक्टर सारिका वर्मा,भारती देवी,जगबीर सिंह,राजबीर कटारिया,राजेंद्र सिंह सरोहा,तनवीर अहमद,हरि सिंह चौहान,एम पी सिंह किलहोड़,कमल पहलवान,नरेंद्र पाल किलहोड़,रोहतास मान,प्रकाश महलावत,योगेश कुमार, राजेश गोस्वामी, विद्या देवी, लीला देवी,आकाशदीप आदि शामिल थे। Post navigation रोहताश बिश्नोई एवं सुमित कुमार को दी अतिरिक्त जिम्मेदारी आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित हुई गतिविधियां