– मेयर मधु आजाद की अध्यक्षता में विकास कार्यों की हुई समीक्षा.
– विकास कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूरे करवाने के दिये गए निर्देश.
– डिवीजन नम्बर- 2, 3, 4 व 7 में चल रहे 193 कार्यों की प्रगति की हुई समीक्षा.
– अलॉटमेंट के बाद अभी तक जो कार्य शुरू नहीं हुए हैं, उन पर कार्रवाई करने के मेयर ने दिए निर्देश

गुरूग्राम, 2 सितम्बर। गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद की अध्यक्षता में वीरवार को नगर निगम गुरूग्राम द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में मेयर तथा निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कार्यों को निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करवाना सुनिश्चित करें।

मेयर मधु आजाद ने इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अलॉटमेंट के बावजूद भी जो एजेंसी मौके पर कार्य शुरू नहीं करती है या कार्य को बीच में ही बंद कर दिया जाता है तो ऐसे मामलों में संबंधित के खिलाफ नियमानुसार करवाई करें। उन्होंने कहा कि कई मामलों में देखा गया है कि कार्य अलॉटमेंट के काफी दिन बाद भी एजेंसी द्वारा साइट पर काम शुरू नहीं किया जाता या काम को शुरू करने के बाद बीच में बंद कर दिया जाता है। ऐसे मामलों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए तथा एजेंसी पर जुर्माना लगाने के साथ ही उसे ब्लैकलिस्ट किया जाए। अधिकारी किसी भी प्रकार की कोताही ना बरतें। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकारी अभियंता निगम पार्षद के साथ वार्डों में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करें।

निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने कहा कि कार्यकारी अभियंता यह सुनिश्चित करें कि कार्य अलॉट करने के 15 दिन के भीतर मौके पर कार्य शुरू हो जाना चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि सीवरेज व पेयजल से जुड़े कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण हो जाने चाहिएं। अगर एजेंसी द्वारा निर्धारित समयावधि के अनुसार कार्य नहीं किया जा रहा हो तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि अलॉटमेंट के काफी माह बीत जाने के बावजूद भी जो कार्य अभी तक शुरू नहीं हुए हैं तथा उनके पूर्ण होने की अवधि भी खत्म हो चुकी है, उन मामलों में एजेंसी पर नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधीक्षक अभियंता राधेश्याम शर्मा को निर्देश दिए कि वे डिवीजन-2 के सभी कार्यों की समीक्षा करके रिपोर्ट निगमायुक्त को भेजें।

 बैठक में डिवीजन नम्बर- 2, 3, 4 व 7 में चल रहे 193 कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। इनमें डिवीजन- 2 में 65 कार्य, डिवीजन-3 में 44 कार्य, डिवीजन-4 में 31 कार्य तथा डिवीजन-7 में 53 कार्य शामिल हैं।

बैठक में चीफ इंजीनियर ठाकुरलाल शर्मा, अधीक्षक अभियंता राधेश्याम शर्मा, कार्यकारी अभियंता विशाल गर्ग,  सतपाल सिंह व ओमदत्त उपस्थित थे।

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