मंदिरों में चढ़ावे के बाद बचे फूलों व सामग्री के निस्तारण को लेकर रणनीति पर हुआ मंथन।

स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के वाईस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने उद्योग जगत के लोगों के साथ की बैठक।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 5 जुलाई : स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी वाईस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने कहा कि मंदिरों और तीर्थों पर श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले फूल और अन्य पूजा सामग्री इस्तेमाल के बाद नदियों में बहाई जा रही है, जिसकी वजह से नदियां प्रदूषित हो रही है। वर्षों से जारी इस व्यवस्था को बदलने के लिए स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा गंभीरता से विचार कर रहा है।

स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी वाईस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने कुरुक्षेत्र में उद्योग जगत के चुनिंदा लोगों के साथ आज व्यापक विचार विमर्श किया। बैठक में उद्योगपतियों से मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले फूलों के निस्तारण को लेकर गहन मंथन किया गया। स्वच्छ भारत मिशन के वाईस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने व्यापारियों से इसको लेकर ठोस कार्य योजना बनाने का आग्रह किया जिस पर व्यापारियों ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने पर सहमति जताई।

मिशन उपाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के हर गांव शहर में ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां हर रोज हजारों टन फूलों व अन्य पूजा सामग्री को मंदिरों में चढ़ाने के बाद इधर-उधर कूड़ेदान आदि में डाल दिया जाता है अथवा नदियों में प्रवाहित कर दिया जाता है। इसके कारण मंदिरों और तीर्थों की स्वच्छता पर असर पड़ता है साथ ही नदियों भी प्रदूषित होती है। अब इस व्यवस्था को बदलने का समय आ गया है हमें इस पर गंभीरता से सोचना होगा। उन्होंने कहा कि मंदिरों में चढ़ाने के बाद बचे फूलों का व्यवसायिक इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे जहां फूलों का निस्तारण होगा साथ ही नदिया भी प्रदूषित होने से बचेगी। यह एक अच्छी पहल होगी जिसे पायलट के तौर पर कुरुक्षेत्र से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के जल्द ही सिरे चढऩे की उम्मीद है।

इस अवसर पर उद्योगपति रवि सिंगला, स्वच्छ भारत मिशन से पवन शर्मा, महेंद्र सिंगला, विनोद सिंगला तथा अवनी गुप्ता मौजूद रहे।

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