जिले सिंह के द्वारा डॉ अंबेडकर की स्मृति में वीर भूमि म्यूजियम का उद्घाटन यह ऐतिहासिक कार्यक्रम डॉ आंबेडकर हाउस में ही आयोजित किया गया संविधान दिवस के उपलक्ष पर डॉ अंबेडकर के परिजनों द्वारा जिले सिंह सम्मानित सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट को राष्ट्रपति के हाथों मिल चुका शौर्य चक्र संविधान भूमि म्यूजियम स्थल पर ही डॉ अंबेडकर द्वारा लिखा गया संविधान फतह सिंह उजाला गुरुग्राम । बेहद खतरनाक आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने वाले शौर्य चक्र विजेता सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट जिले सिंह को राष्ट्रीय संविधान संवर्धन एवं संरक्षक पुरस्कार प्रदान किया गया। संविधान दिवस के उपलक्ष पर रोटरी क्लब का तलेगांव एमआईडीसी और समग्र डेवलपमेंट फाऊंडेशन के द्वारा पुणे में राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजन किया गया। इस मौके पर पटौदी क्षेत्र के गांव चैनपुरा (बोहड़ाकला) के निवासी सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट जिले सिंह को संविधान रचयिता डॉ भीमराव अंबेडकर के परिजनों के द्वारा विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। आयोजन समिति और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के परिजनों के द्वारा शौर्य चक्र विजेता सहायक कमांडेंट के हाथों इस मौके पर संविधान भूमि म्यूजियम का उद्घाटन करवाया गया । यह म्यूजियम डॉ भीमराव अंबेडकर की यादगार से जुड़ा हुआ और उनकी विभिन्न प्रकार की ऐतिहासिक स्मृति को अपने अंदर संजोए हुए एक ऐतिहासिक स्मारक बना हुआ है। बताया गया है कि जिस स्थान पर संविधान भूमि म्यूजियम को बनाया गया है । वहीं पर ही डॉक्टर अंबेडकर के द्वारा संविधान को लिखने का कार्य भी किया गया । इस म्यूजियम में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जीवन काल और उनके विभिन्न प्रकार के ऐतिहासिक यादगार दस्तावेज यहां पर युवा पीढ़ी के मार्गदर्शन के लिए उपलब्ध है। इस मौके पर आयोजन समिति की तरफ से तथा डॉक्टर राष्ट्रीय संविधान संवर्धन एवं संरक्षक पुरस्कार अंबेडकर के परिजनों में से प्रशांत रोकड़े, संतोष खंडको, मिलिंद सेलर, यशवंत मनकहेडकर सहित अनेक प्रमुख और प्रबुद्ध व्यक्ति मौजूद रहे। सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट शौर्य चक्र विजेता जिले सिंह ने डॉ भीमराव अंबेडकर के परिजनों और आयोजन समिति के द्वारा दिए गए सम्मान को अपने जीवन का सबसे यादगार और अमूल्य सम्मान बताया है। उन्होंने बताया संविधान भूमि वास्तव में संविधान को मानने और संविधान पर अमल करते हुए अपने जीवन में संविधान को आत्मसात करने वालों के लिए दुनिया का सबसे बड़ा तीर्थ और पाठशाला है । उन्होंने बताया संविधान भूमि म्यूजियम का मुख्य उद्देश्य यही है कि डॉ आंबेडकर के द्वारा लिखे गए संविधान के विषय में अधिक से अधिक युवा वर्ग में जागरूकता बढ़ाई जाए। संविधान के मूल्यों को तथा इसकी पवित्रता को बनाए रखने का हम सभी को संकल्प लेना चाहिए। संविधान रूपी आधारभूत दस्तावेज में निहित सिद्धांतों की रक्षा करने के लिए प्रत्येक भारतीय में जुनून समर्पण और प्रतिबद्धता भी होनी चाहिए। शौर्य चक्र विजेता सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट जिले सिंह ने कहा डॉ भीमराव अंबेडकर के परिजनों के अलावा रोटरी क्लब का तालेगांव एमआईडीसी समग्र विकास फाऊंडेशन एवं भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर स्मारक समिति तालेगांव दाभाड़े एनएक्स इंटर प्राइवेट लिमिटेड ज्ञानोदय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण एचडी संस्थान के द्वारा ऐतिहासिक कार्य किया जा रहे हैं । उन्होंने कहा डॉ भीमराव अंबेडकर के परिजनों के द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर की कर्मस्थली संविधान भूमि पर राष्ट्रीय संविधान संवर्धन एवं संरक्षक पुरस्कार प्राप्त किया जाना ऐतिहासिक उपलब्धि रहा है। Post navigation गुरुग्राम पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ …….