भारतीय सेना एवं सुरक्षा बलों के अधिकारियों तथा जवानों के लिए तीन दिवसीय सेल्फ एंपावरमेंट कार्यक्रम का शुभारम्भ

ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ आयोजन

कार्यक्रम में सेना एवं सुरक्षा बलों के अधिकारियों तथा जवानों सहित 450 से भी अधिक लोगों ने की शिरकत

23 नवम्बर 2024, गुरुग्राम – आध्यात्मिकता हमारी जीवन यात्रा को बेहतर और सुगम बनाती है। उक्त विचार लेफ्ट. जनरल डी.जी. बीआरओ रघु श्रीनिवासन ने व्यक्त किए। उन्होंने ये बात ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में सेना एवं सुरक्षा बलों के अधिकारियों तथा जवानों के लिए आयोजित कार्यक्रम में कही। संस्था के सुरक्षा सेवा प्रभाग द्वारा सेल्फ एंपावरमेंट विषय पर आयोजित डायलॉग के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता में सामाजिक हित स्वतः ही समाया हुआ है। लेफ्ट. जनरल श्रीनिवासन ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ से उनका काफी पुराना संपर्क है। उनके पिताजी भी नौसेना अधिकारी के रूप से संस्था के मुख्यालय माउंट आबू गए थे। उन्होंने कहा कि यहां आने से ही एक नई ऊर्जा का संचार होता है।

भारतीय नौसेना के पूर्व वाइस एडमिरल एस एन घोरमडे ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ संस्था हमें अपने ही भीतर के शत्रुओं से लड़ना सिखाती है। उन्होंने कहा कि संस्था में महिलाओं को उचित सम्मान दिया जाता है। एडमिरल घोरमडे ने कहा कि वो पिछले कई वर्षों से वो राजयोग का अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजयोग हमें सहज ही अनुशासित करता है। योग से एक ऐसा आत्मबल पैदा होता है जो परिस्थितियों से सामना करने की शक्ति देता है।

आरएएफ के महानिरीक्षक सुनील जून ने कहा कि स्वयं को जानने से बहुत सी समस्याओं का हल अपने आप ही हो जाता है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के सामने आज बहुत सी चुनौतियां हैं। जिनका सामना में ब्रह्माकुमारीज़ संस्था द्वारा सिखाए जा रहे राजयोग से आसानी से हो जाता है।

सीनियर ज्वाइंट सीजीडीए मौसमी रुद्र ने कहा कि आत्म सशक्तिकरण के लिए ये जगह वरदानी है। उन्होंने कहा कि जीवन में हमारी सोच का बहुत बड़ा महत्व है। ब्रह्माकुमारीज़ संस्था विचारों को श्रेष्ठ बनाने का सराहनीय कार्य कर रही है।

संस्था के दिल्ली, हरीनगर सेवाकेंद्र निदेशिका राजयोगिनी शुक्ला दीदी ने कार्यक्रम में अपने आशीर्वचन प्रदान किए। संस्था के सुरक्षा प्रभाग की उपाध्यक्ष शुक्ला दीदी ने कहा कि ये संसार चुनौतियों का समंदर है। उन्होंने कहा कि चुनौतियां हमारे लिए एक अवसर हैं। चुनौतियों से ही पता चलता है कि हम भीतर से कितने शक्तिशाली हैं। उन्होंने कहा कि एक कमजोर मन के आगे छोटी सी परिस्थिति भी बहुत बड़ी चुनौती बन जाती है। सकारात्मक एवं शुद्ध चिंतन के द्वारा ही मन को शक्तिशाली बना सकते हैं। राजयोग के द्वारा ही हमारा चिंतन श्रेष्ठ होता है।

कार्यक्रम में माउंट आबू से पधारे वायु सेना के पूर्व स्क्वाड्रन लीडर व संस्था के सुरक्षा सेवा प्रभाग के अध्यक्ष राजयोगी अशोक गाबा ने भी कार्यक्रम के प्रति अपनी शुभकामनाएं प्रदान की। कार्यक्रम के शुरुआत में नौसेना के कैप्टन शिव कुमार ने सुरक्षा सेवा प्रभाग द्वारा की जा रही सेवाओं की जानकारी दी।

मुंबई से आई बीके दीपा ने राजयोग के अभ्यास से सभी को शांति का गहन अनुभव कराया। कार्यक्रम में सेना एवं सुरक्षा बलों के अधिकारियों तथा जवानों सहित 450 से भी अधिक लोगों ने शिरकत की। सेना के पूर्व कर्नल बी सी सती ने मंच संचालन किया।

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