कोरोना के दौरान बढ़ी औषधीय पौधों की महत्ता, आम आदमी को हो जानकारी

एचएयू में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में किसानों को किया जागरूक

हिसार : 17 दिसंबर – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के आनुवांशिकी एवं पौध प्रजनन विभाग के औषधीय, सगंध एवं क्षमतावान अनुभाग के रिसर्च फार्म पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान अनुसूचित जाति के किसानों को औषधीय पौधों के महत्व के बारे में जागरूक किया गया।

विभागाध्याक्ष डॉ. एस.के. पाहुजा ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते औषधीय पौधों की महत्ता बहुत अधिक बढ़ गई है। इसलिए आम आदमी को इसकी जानकार होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों से बहुत ही असाध्य बीमारियों का इलाज संभव है। प्राचीन काल से ही हमारे ऋषि-मुनि व वैद्यों द्वारा औषधीयों को प्रयोग किया जाता रहा है और उनके सदैव सकारात्मक परिणाम मिलते रहे हैं। इसलिए हमें भी अपने दैनिक जीवन में इनका उचित स्थान देना चाहिए। डॉ. पवन कुमार ने कहा कि मौजूदा समय को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन आईसीएआर-डीएमएपी, आणंद(गुजरात) के द्वारा निर्देशित किया गया।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के समापन अवसर पर मौजूद प्रतिभागियों को औषधीय पौधों के संरक्षण व संवर्धन के लिए किट, औषधीय पौधे एवं उनके बीज प्रदान किए गए और आह्वान किया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में इनको बढ़ावा दें और लोगों को भी इनके प्रति जागरूक करें। इस अवसर पर डॉ. राजेश आर्य, डॉ. रवि बेनीवाल, डॉ. गजराज दहिया, डॉ. झाबरमल सहित अनेक प्रतिभागी मौजूद रहे।

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