Category: साहित्य

दृढ़ता और संतोष, खुशियों के स्त्रोत

मनुष्य के रूप में हम उस पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो हमारे पास नहीं है, और जो हमारे पास है उसे नज़रअंदाज़ करते हैं या यहाँ तक कि अनदेखा…

प्रसिद्ध कथाकार सुभाष पंत से संवाद : मैं पक्का किस्सागो हूं, अब क्लासिक लिखने का समय नहीं : सुभाष पंत

-कमलेश भारतीय अब क्लासिक लिखने का समय नहीं रहा । क्लासिक लिखने की कोई गुंजाइश नहीं बची इस डिजीटल व भागदौड वाले युग में ! यह कहना है प्रसिद्ध कथाकार…

साक्षरता और पढ़ने की संस्कृति को बढ़ावा देते हैं सार्वजनिक पुस्तकालय

ज्ञान और संस्कृति के प्रवेश द्वार के रूप में, पुस्तकालय समाज में मौलिक भूमिका निभाते हैं। वे जो संसा धन और सेवाएँ प्रदान करते हैं, वे सीखने के अवसर पैदा…

अंतरात्मा की आवाज बताती – क्या सही है और क्या गलत है?

अंतरात्मा स्वभाव से सत्य का प्रतिनिधित्व करती है और इसलिए अपने आप में सही दिशा दर्शाती है। अंतरात्मा असल में हमारी स्वभाविक और स्वस्थ स्थिति में होती है, लेकिन हमारे…

रेणु हुसैन के काव्य संग्रह का विमोचन,,,,,,,

दुनिया को बचाने के लिये मोहब्बत को जिंदा रखना बहुत जरूरी : लीलाधर मंडलोई -कमलेश भारतीय इस दुनिया को बचाने के लिये मोहब्बत को जिंदा रखना बहुत जरूरी है ।…

हिमालयन अपडेट साहित्य सृजन मंच ने किया भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन

मेरठ, 29 अप्रैल 2023 शनिवार को मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में हिमालयन अपडेट समाचार पत्र एवं साहित्य सृजन मंच के तत्वावधान में भव्य राष्ट्रीय कवि…

शेखर जोशी से बातचीत……… साहित्य में कोई शाॅर्टकट नहीं होता

खुली आंखों देखें दुनिया , अच्छा साहित्य पढ़ें नये रचनाकार –कमलेश भारतीय हरियाणा ग्रंथ अकादमी की ओर से शुरू की गयी पत्रिका के प्रवेशांक नवम्बर , 2012 के अंक में…

हम जो कुछ भी हैं वह हमारी सोच का परिणाम है….

औपनिवेशिक शासन के समय जब हर कोई बिना किसी नए विचार के अपने जीवन और नींद में व्यस्त था, उस समय हमारे स्वतंत्रता सेनानी ब्रिटिश सरकार से आजादी पाने के…

क्लासिक किरदार ……… निरीह पति जगपति

क्लासिक किरदार ……… निरीह पति जगपति किरदार : दैनिक ट्रिब्यून का एक ऐसा काॅलम जिसमें अनेक किरदार लिखे । इनमें से एक जगपति भी जो कमलेश्वर की कहानी ‘राजा निरबंसिया’…

जिंदगी की धूप में छाया हैं पिता

डॉ कामिनी वर्मा धीर,गंभीर ,दृढ,शांत स्वरूप वाले पिता परिवार का वह स्तंभ होते है जो किसी भी झंझावात से टकराकर संतान को सुरक्षित रखते हैं।संतान का पथप्रदर्शक बनकर हर पल…

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