गुडग़ांव। साहित्य गीता जयंती के उपलक्ष्य में विचार एवं काव्य गोष्ठी 21/12/2020 Rishi Prakash Kaushik अखिल भारतीय साहित्य परिषद, गुरुग्राम इकाई ने किया आयोजन अखिल भारतीय साहित्य परिषद, गुरुग्राम इकाई द्वारा ‘गीता जयंती’ के उपलक्ष्य में विचार एवं काव्य गोष्ठी गूगल मीट के आभासी मंच…
साहित्य हिसार समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करता रहूं , बस इतनी सी इच्छा: अशोक गर्ग 10/12/2020 Rishi Prakash Kaushik -कमलेश भारतीय समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करता रह सकूं , इतनी सी इच्छा है । यह कहना है हिसार नगर निगम आयुक्त अशोक गर्ग का । इससे…
पंचकूला साहित्य साहित्य अकादमी पंचकूला द्वारा अवार्ड समारोह व कवि सम्मेलन का आयोजन 30/11/2020 Rishi Prakash Kaushik पंचकूला, 30 नवंबर। एमके साहित्य अकादमी पंचकूला द्वारा वेबिनार के जरिये कवि सम्मेलन व अवार्ड समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान शहर के कवियों के अलावा दूसरे शहर के…
गुडग़ांव। साहित्य लघुकथा/ पैंतरे 30/11/2020 Rishi Prakash Kaushik –अशोक जैन, गुरुग्राम दिन चुनावों के थे और उन्हें मालामाल कर दिया गया। जेबें भारी होकर लटकने लगीं तो उन्हें चारों दिशायें गुलाबी दिखाई देने लगीं। तब उनके कदम खुद…
गुडग़ांव। साहित्य लघु कहानी : नींद से जाग,डा. सुरेश वशिष्ठ 25/11/2020 Rishi Prakash Kaushik नींद से जाग अजीब लगता है ये शहर। इसके बाशिन्दे और इसके आसमान पर छाए बुलन्द सितारे ! सभी घृणित बिन्दु लगते हैं। आभास होता है कि रास्ता भटक गया…
गुडग़ांव। साहित्य लघु कहानी : कामिनी, डा. सुरेश वशिष्ठ 22/11/2020 Rishi Prakash Kaushik कामिनी सलोनी और मासूम लड़की थी कामिनी । सुंदर मुख, फैली केशराशि, लंबी नाक और भूरी आंखें । चेहरे पर मुस्कान और शरारती नजरें । उसके पास से जो भी…
गुडग़ांव। साहित्य लघु कहानी: मधुवंती 12/11/2020 Rishi Prakash Kaushik डा.सुरेश वशिष्ठ मधुवंती कब दिल में उतर गई पता ही नहीं चला। अधरों पर मुस्कान लिए टेढ़ी नजरों से निहारती हुई कब दिल में बैठ गई और कब प्रीत अंकुरण…
साहित्य हिसार पत्रकारिता में जन सरोकार खत्म हो गये, अन्वेषण और शोध की परंपरा नहीं रही : पंकज चतुर्वेदी 09/11/2020 Rishi Prakash Kaushik कमलेश भारतीय आज सबसे दुख की बात यह है कि पत्रकारिता में जन सरोकार खत्म हो गये । पहले की तरह अन्वेषण और शोध की परंपरा भी नहीं रही ।…
साहित्य सामाजिक चेतना को जागृत करती कहानियां 07/11/2020 Rishi Prakash Kaushik संगीता श्रीवास्तव सुमनछिंदवाड़ा मप्र कथाकार कमलेश भारतीय जी का सातवाँ कथा संग्रह “यह आम रास्ता नहीं है”, इंडियानेटबुक्स से प्रकाशित हुआ है | कुल 16 कहानियों और 122 पेज की…