Category: देश

शादी-ब्याह: बढ़ता दिखावा-घटता अपनापन

भौतिकता की पराकाष्ठा के समय में जिसमें प्रत्येक कार्य व रिश्तों को धन की बुनियाद पर खड़ा किया जाने लगा है और वो सम्पूर्ण मानव जाति के लिये घातक कदम…

विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से तैयार: कुमारी सैलजा

राहुल गांधी ने जो छत्तीसगढ़ के लोगों से वादा किया, वो हमारी सरकार ने पूरा किया भाजपा वादा करके भूल जाती है पर कांग्रेस जो कहती है वह करके दिखाती…

11 अक्तूबर, जन्म दिन पर खास ……….. क्यों अमिताभ बच्चन कृतज्ञ हैं अपने उस अनाम गुरु के

आर.के. सिन्हा…………. स्तंभकार और पूर्व सांसद अमिताभ बच्चन ने जब अपने फिल्मी करियर का श्रीगणेश किया तब 1970 के दशक का आरंभ हो रहा था। तब भारत में श्रीमती इंदिरा…

संबंधों के बीच पिसते खून के रिश्ते

आज हम में से बहुतों के लिए खून के रिश्तों का कोई महत्त्व नहीं। ऐसे लोग संबंधों को महत्त्व देने लगे हैं। और आश्चर्य की बात ये कि ऐसा उन…

हरियाणा में सीजन के शुरू में ही पराली जलाने की घटनाएं 3 गुना बढ़ी : अनुराग ढांडा

किसान पीड़ित हैं, सरकार कोई और रास्ता नहीं छोडती तो मजबूरी में जलाते हैं पराली : अनुराग ढांडा क्या सीएम खट्टर जानबूझकर हरियाणा और दिल्ली के लोगों को प्रदूषण की…

7 से 30 नवंबर तक होंगे पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव, नतीजे 3 दिसंबर को

230 सदस्यों वाली मध्य प्रदेश विधानसभा, 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा, 90 सदस्यों वाली छत्तीसगढ़, 119 सदस्यों वाली तेलंगाना और 40 सदस्यों वाली मिजोरम में विधानसभा का कार्यकाल जनवरी में…

वायुसेना दिवस 8 अक्तूबर पर विशेष…… शौर्य का पर्याय भारतीय वायुसेना

आर.के. सिन्हा ……………. स्तंभकार और पूर्व सांसद भारतीय वायु सेना के शौर्य़ पर हम भारतीय नागरिक जितना चाहें गर्व कर सकते हैं। देश 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस के रूप…

अधिकार मांगने से नही मिलता अधिकार छीने जाते हे— अनिल राव

गुजरात – कल देर साय आल इंडिया टेंट डेकोरेटर्स वेलफेयर एसोशिएशन के महासचिव अनिल राव ने गुजरात मंडप हायर एंड इलेक्टिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित 29 वी कॉन्फ्रेंस ,दादानगर कन्वेंशन सेंटर…

पत्थर होती मानवीय संवेदना ………

वह मानव जिसकी पहचान ही उसके मानवीय गुणों जैसे कि सहानुभूति, संवेदना, दुःख आदि होती है और यही गुण मनुष्य में न रहेंगे तो मानव और पशु में अंतर करना…

जाति जनगणना की जरूरत का समय

21वीं सदी भारत के जाति प्रश्न को हल करने का सही समय है, अन्यथा हमें न केवल सामाजिक रूप से, बल्कि राजनीतिक और आर्थिक रूप से भी भारी कीमत चुकानी…

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